बरेली (यूपी): इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान पर भड़काऊ टिप्पणी करने के कारण उत्तर प्रदेश पुलिस ने केस दर्ज किया था. उन्हें अब घर में नजरबंद कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने अपने समर्थकों से हिंदुत्व संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर दिल्ली मार्च करने का आह्वान किया था.
आवाज द वॉयस की खबर के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट शिवकांत द्विवेदी ने कहा कि इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा और उनके तीन सहयोगियों को दिल्ली मार्च के आह्वान के बाद तीन दिनों के लिए मंगलवार रात घर में नजरबंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर मौलवी की नजरबंदी को बढ़ाया जा सकता है.
बरेली की सिटी मजिस्ट्रेट रेणु सिंह ने कहा कि रजा ने मार्च निकालने की अनुमति नहीं ली थी और केवल वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी योजना के बारे में बताया था. पुलिस ने कहा कि कानून व्यवस्था के संबंध में खुफिया एजेंसियों द्वारा मुहैया कराई गई सूचना के आधार पर रजा और उसके साथियों को हिरासत में लिया गया.
मौलवी ने हिंदुत्व संगठनों के खिलाफ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन सौंपने के लिए बुधवार को बरेली से दिल्ली तक ‘तिरंगा यात्रा’ शुरू करने की योजना की घोषणा की थी. मौलाना ने पिछले हफ्ते मुरादाबाद में संवाददाताओं से बात करते हुए मुस्लिम राष्ट्र और खालिस्तान का जिक्र करते हुए भड़काऊ बयान दिए थे.
Maulana Tauqeer Raza Khan, the national president of Ittehad-e-Millat Council, said those who speak of Hindu Rashtra should be charged with sedition law. "What if tomorrow our youth start demanding Muslim rashtra?"
pic.twitter.com/gI4UjYb2PP— Ahmed Khabeer احمد خبیر (@AhmedKhabeer_) March 12, 2023
बुधवार को रजा और उनके सहयोगी नफीस, नदीम और मुनीर इदरीशी (उनके प्रवक्ता भी) को नजरबंद कर दिया गया. मौलाना तौकीर रजा, हजरत दरगाह परिसर में रहते हैं और हिरासत में लिए गए अधिकारियों के आवास के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. बरेली के सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी बुधवार सुबह से ही रजा के आवास के आसपास की स्थिति पर नजर रख रहे हैं.
एसपी (सिटी) राहुल भाटी ने कहा कि पुलिस लाइन में पीएसी और अन्य कर्मचारियों को भी अलर्ट पर रखा गया है. भाटी ने कहा, ‘‘अगर हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के साथ कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो योग्य लोगों की देखरेख में उन्हें उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी.’’