नई दिल्ली: युद्धग्रस्त सूडान से 278 भारतीय नागरिकों का पहला जत्था मंगलवार को वापस घर लौटने के लिए अफ्रीकी देश से रवाना हो गया। वो पोर्ट सूडान से भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमेधा में सऊदी अरब के जेद्दा जाने के लिए सवार हुए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पोर्ट सूडान में आईएनएस सुमेधा पर सवार भारतीयों की तस्वीरें ट्वीट कीं। उनमें से कुछ को वाहक पर भारतीय ध्वज लहराते हुए देखा जा सकता है।
उन्होंने पोस्ट किया, फंसे हुए भारतीयों का पहला जत्था ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से रवाना हुआ। आईएनएस सुमेधा 278 लोगों के साथ पोर्ट सूडान से जेद्दा के लिए रवाना हुआ।
Upon arrival in Jeddah, Saudi Arabia to join Team #OperationKaveri, visited the control room set up to facilitate evacuation of Indians from Sudan.
Necessary infrastructure is in place in both Port Sudan and Jeddah. Team is in full readiness on the ground. pic.twitter.com/sIXXauDjBP
— V. Muraleedharan (@MOS_MEA) April 25, 2023
ऑपरेशन कावेरी नाम की निकासी प्रक्रिया 23 अप्रैल को शुरू हुई, आईएनएस सुमेधा के अलावा, भारतीय वायु सेना के दो विमानों को सूडान की राजधानी खार्तूम में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए भेजा गया। सूडान में 15 अप्रैल को सेना और अर्धसैनिक बलों के आपस में भिड़ने के बाद गृहयुद्ध छिड़ गया, जिससे बड़े पैमाने पर हिंसा हुई, जिसमें एक भारतीय नागरिक सहित सैकड़ों लोगों की मौत हुई।
पिछले हफ्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान में मौजूदा स्थिति पर शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए योजना तैयार करने के लिए कहा था।
सूडान में लगभग 3,000 भारतीय हैं। सूडान में सुरक्षा स्थिति अस्थिर बनी हुई है और देश के कई हिस्सों से भीषण लड़ाई की खबरें आ रही हैं।
—आईएएनएस