मुंबई हमले के गुनहगार अब भी पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं: जावेद अख्तर ने लाहौर में कहा

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लाहौर: प्रसिद्ध गीतकार और शायर जावेद अख्तर ने कहा है कि 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के गुनहगार नॉर्वे या मिस्र से नहीं आये थे, बल्कि पाकिस्तान में अब भी खुलेआम घूम रहे हैं और जब भारत 2008 की इस भयावह घटना की बात करता है, तो पाकिस्तानियों को बुरा नहीं मानना चाहिए।

अख्तर ने प्रसिद्ध उर्दू शायर फैज अहमद फैज की याद में यहां आयोजित सातवें फैज उत्सव में यह बात कही जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर है।

जब एक श्रोता ने अख्तर से कहा कि वह अपने साथ शांति का संदेश लेकर जाएं और भारतीयों से कहें कि पाकिस्तान ‘एक सकारात्मक, मित्रवत और प्यार करने वाला देश’ है, इस पर अख्तर (78) ने कहा, ‘‘हमें एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाने चाहिए। इससे कुछ हासिल नहीं होगा। माहौल तनावपूर्ण है, जिसे शांत किया जाना चाहिए।’’

फैज के पौत्र आदिल हाशमी द्वारा आयोजित और रविवार को संपन्न हुए उत्सव में गीतकार ने कहा, ‘‘हम मुंबई के लोग हैं, हमने हमारे शहर पर हमला देखा है। वे (हमलावर) नॉर्वे या मिस्र से नहीं आये थे। वे अब भी आपके मुल्क में खुलेआम घूम रहे हैं..तो ये शिकायत किसी हिंदुस्तानी के दिल में हो, तो आपको बुरा नहीं लगना चाहिए।’’

अख्तर ने कार्यक्रम में यह भी कहा कि नुसरत फतेह अली खान और मेहदी हसन जैसे पाकिस्तानी कलाकारों का भारत में गर्मजोशी से स्वागत किया गया, लेकिन पाकिस्तान ने कभी लता मंगेशकर का एक भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया।

उन्होंने श्रोताओं की तालियों के बीच कहा, ‘‘हमने नुसरत फतेह अली खान और मेहदी हसन के बड़े समारोह आयोजित किये। आपने (पाकिस्तान ने) कभी लता मंगेशकर का कार्यक्रम आयोजित नहीं किया।’’

मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते से आये लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने शहर में कई जगहों पर हमले किये थे, जिनमें 166 लोगों की मौत हो गयी थी।

हमलों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई थी। भारतीय सुरक्षा बलों ने हमलों के दौरान नौ पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर कर दिया था। अजमल कसाब इकलौता आतंकी था, जिसे जिंदा पकड़ा गया था। उसे 21 नवंबर, 2012 को फांसी दे दी गई थी।

भारत ने बार-बार कहा है कि 26/11 हमलों की साजिश रचने वाले अब भी सुरक्षित हैं और सजा से दूर हैं।

इस बीच, अभिनेत्री कंगना रनौत ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों को लेकर अख्तर के बयान की तारीफ करने के अंदाज में ट्वीट किया, ‘‘घर में घुस के मारा’’।

लाहौर के इस कार्यक्रम में अख्तर ने भाषा, शायरी, कलाओं, प्यार और दोस्ती के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी और शबाना आजमी से अपने निकाह की भी बात की।

वह तीन दिवसीय उत्सव समाप्त होने के बाद सोमवार को पाकिस्तान से लौटे।

आजमी से अपनी शादी के बारे में एक सवाल पर अख्तर ने कहा, ‘‘मेरी शबाना के साथ इतनी मजबूत दोस्ती है कि शादी भी इसे नहीं तोड़ सकती।’’

उन्होंने कहा कि उर्दू का मूल नाम हिंदवी था और जब बंटवारे के वक्त सबकुछ बंट गया, उर्दू भाषा होने की वजह से बंट नहीं सकी और पाकिस्तान आ गयी।

(इनपुट पीटीआई-भाषा)