न्यूयॉर्क: मैसाचुसेट्स में एक 78 वर्षीय महिला से एक कंप्यूटर वायरस घोटाले के माध्यम से कथित रूप से 100,000 डॉलर से अधिक की चोरी करने के आरोप में दो भारतीय मूल के पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी है।
न्यूजर्सी के पारसीपनी के 22 वर्षीय निकित एस यादव और 21 वर्षीय राज विपुल पटेल एक कंप्यूटर वायरस योजना में शामिल थे और पीड़िता से उनके कंप्यूटर से अवांछित वस्तुओं को हटाने के लिए धन की मांग की। पीड़िता ने पिछले सप्ताह अपने कंप्यूटर के साथ एक समस्या के समाधान के लिए एक तकनीकी सहायता नंबर पर कॉल किया था।
यामरथ पुलिस ने एक मीडिया बयान में कहा कि सोमवार शाम पीड़िता से पैसे लेने के लिए उसके घर लौटने के बाद संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
दोनों पर झूठे बहाने से 1,200 डॉलर से अधिक की साजिश और चोरी का आरोप लगाया गया है। उन्हें यामरथ पुलिस विभाग में रात भर रखा गया और अदालत में पेशी के लिए स्थानांतरित कर दिया गया। इस घटना की जांच जारी है।
अमेरिका में वरिष्ठ लोगों की बढ़ती संख्या सरकारी प्रतिरूपण, स्वीपस्टेक और रोबोकॉल घोटालों का शिकार हो रही है। फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) के अनुसार, 2021 में धोखाधड़ी के 92,371 बरिष्ठ शिकार हुए, जिसके परिणामस्वरूप 1.7 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ।
एफबीआई ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिकों द्वारा धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने की संभावना कम है। नेशनल काउंसिल ऑन एजिंग के अनुसार, 31 दिसंबर 2020 को समाप्त होने वाली पांच साल की अवधि में एजिंग फ्रॉड हॉटलाइन पर अमेरिकी सीनेट की विशेष समिति को देश भर में 8,000 से अधिक शिकायतें मिलीं।
—आईएएनएस