जामिया में अगले वर्ष पूरी तरह लागू होगा सीयूईटी, अभी दायरे में हैं 20 पाठ्यक्रम

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नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले दोगुने पाठ्यक्रमों में सीयूईटी के जरिए ही दाखिला देगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) प्रक्रिया अपनाने का स्पष्ट निर्देश दिया है।

अधिकांश केंद्रीय विद्यालयों ने इसे पूरी तरह लागू भी कर लिया है। इस बीच अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) द्वारा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी यूजी 2023) पूरी तरह नहीं अपनाने की बात कही गई। कुछ ऐसा ही हाल जामिया मिल्लिया इस्लामिया का है।

हालांकि जामिया ने स्पष्ट किया है कि वह पिछली बार के मुकाबले दोगुने पाठ्यक्रमों में सीयूईटी प्रक्रिया का पालन करेगा। इस वर्ष जामिया में कुल 20 यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों में सीयूईटी के तहत दाखिले मिलेंगे, लेकिन यहां अभी भी कई पाठ्यक्रम इस कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के दायरे से बाहर ही रहेंगे।

दरअसल, यूजीसी ने एएमयू और जामिया मिल्लिया इस्लामिया समेत विभिन्न विश्वविद्यालयों को एक रिमाइंडर भेजा था। अपने इस संवाद में यूजीसी ने स्पष्ट किया था कि सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) की प्रक्रिया को अनिवार्य तौर पर अपनाना होगा।

इसके बाद जामिया ने 20 पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी अपनाने का निर्णय लिया है। जामिया अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों के लिए सीयूईटी लागू करेगा। बीते वर्ष जामिया ने केवल 10 पाठ्यक्रमों में ही सीयूईटी के तहत दाखिले लिए थे। इस लिहाज से इस वर्ष यहां सीयूईटी के आधार में वृद्धि दर्ज हुई है। बावजूद इसके विश्वविद्यालय का कहना है इस वर्ष के लिए कि अभी भी यूजी और पीजी के बाकी बचे पाठ्यक्रमों में सीयूईटी लागू नहीं करने किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के नियमों में बदलाव के लिए समय का अभाव है।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन यानी यूजीसी को दिए गए अपने उत्तर में कहा है कि वह 2024-25 से सभी पाठ्यक्रमों में सीयूईटी-यूजी लागू करेगा। विश्वविद्यालय के मुताबिक, इस वर्ष इस बदलाव को अमल में लाने के लिए पर्याप्त समय उपलब्ध नहीं था। जामिया के मुताबिक, वह 15 अंडर ग्रेजुएट और 5 पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी लागू कर रहा है।

—आईएएनएस