हंगामे के कारण लोकसभा में लगातार 5वें दिन कोई कामकाज नहीं, राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित

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Photo: ANI/twitter

नयी दिल्ली: लोकसभा में हंगामे के कारण शुक्रवार को कोई कामकाज नहीं हो सका और कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी। राज्यसभा में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष का टकराव लगातार पांचवे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा जिसके कारण सदन की कार्यवाही सोमवार 20 मार्च तक स्थगित कर दी गई।

रॉयल बुलेटिन की खबर के अनुसार, पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई विपक्षी सदस्य सदन के बीचोबीच आ गये और हंगामा करने लगे। वे अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की अडानी समूह पर आयी रिपोर्ट को लेकर जांच की मांग कर रहे थे। इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्य भी अपनी-अपनी सीट के निकट खड़े होकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विदेश में भारत में लोकतंत्र को लेकर दिये गये वक्तव्य पर माफी मांगने की मांग करने लगे।

इस बीच संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कुछ कहा लेकिन शोरशराबे के कारण कुछ भी सुनायी नहीं
दिया।

अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन के बीचोबीच आकर हंगामा कर रहे कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी सदस्यों से कहा कि वे सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलने दें। सदन में सामान्य स्थिति होने पर वह सभी को अपनी बात कहने का मौका देंगे। उन्होंने कहा कि सदस्यों का व्यवहार जनता देख रही है।

अध्यक्ष के आग्रह के बावजूद विपक्षी सदस्य हंगामा करते रहे। सदन में हंगामा रुकते न देख श्री बिरला ने सदन की कार्यवाही सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

गौरतलब है कि बजट सत्र का दूसरा चरण गत सोमवार को शुरू होने के बाद से ही सत्ता पक्ष के सदस्य श्री गांधी के लंदन में दिये गये वक्तव्य को लेकर उनसे माफी मांगने की मांग कर रहे हैं जबकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी सदस्य अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की अडानी समूह पर आयी रिपोर्ट के मद्देनजर संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग कर रहे हैं। सदन में लगातार हंगामे के कारण सदन में शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन कोई कामकाज नहीं हो सका है।

राज्यसभा में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष का टकराव लगातार पांचवे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा जिसके कारण सदन की कार्यवाही सोमवार 20 मार्च तक स्थगित कर दी गई। सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका।

सभापति जगदीप धनखड़ ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए सदस्य जागेश को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने पूर्व सदस्य करनेंदू भट्टाचार्य के निधन की जानकारी भी सदन को दी और सदन मौन खड़े होकर दिवंगत सदस्य को श्रद्धांजलि दी।

इसके बाद सभापति ने आवश्यक विधायी दस्तावेज पटल पर रखवायें और कहा कि उन्हें विभिन्न सदस्यों से नियम 267 के अंतर्गत 11 नोटिस मिले हैं। अदानी समूह की कंपनियों के मामले से संबंधित ये नोटिस कांग्रेस के नीरज डांगी, अखिलेश प्रताप सिंह, कुमार केतकर, नासिर हुसैन, ऐमी याग्निक, रंजीता रंजन, केसी वेणुगोपाल और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के इलावरम करीम ने दिए हैं।

उन्होंने कहा कि ये सभी नोटिस नियमों के अनुरूप नहीं होने के कारण खारिज किए जाते हैं। इससे सदन में शोर-शराबा होने लगा। विपक्षी दलों के सदस्य नारे लगाते हुए सभापति के आसन की ओर बढ़ने लगे। सत्ता पक्ष के सदस्य भी अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। स्थिति को देखते हुए सभापति ने सदन की कार्यवाही सोमवार 20 मार्च तक स्थगित करने की घोषणा कर दी।

संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हुआ था और अभी तक हिंडेनबर्ग रिपोर्ट और विदेशों में भारतीय लोकतंत्र का अपमान करने के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव बना हुआ है, जिसके कारण इस सप्ताह किसी भी दिन शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं चल सका तथा कोई भी अन्य कामकाज नहीं हो सका।