बेंगलुरु: स्टार बल्लेबाज विराट कोहली जब पिछले वर्ष मुश्किल समय से गुजर रहे थे तब उनके पूर्व साथी और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जो उन तक पहुंचे और अपना समर्थन जताया- एक बार नहीं बल्कि दो बार।
धोनी का यह व्यवहार और कोहली के प्रति उनकी चिंता इस बात का संकेत है कि दोनों राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के सदस्य के रूप में आपस में कितने अच्छे संबंध रखते थे।
तो, दोनों के रिश्ते कैसे चले, मैदान पर और मैदान के बाहर?
कोहली ने आरसीबी के पॉडकास्ट सीजन 2 पर बात करते हुए धोनी के साथ अपने रिश्तों के कुछ पहलुओं पर रौशनी डाली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 सत्र के अगले संस्करण से पहले 10 संस्करणों के पहले संस्करण में उन्होंने यह बात कही।
कोहली के हवाले से उनकी आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने कहा, मैंने अपने करियर में एक अलग किस्म का अनुभव किया। कोहली ने 15 वर्षों के अपने करियर में 106 टेस्ट, 271 वनडे और 115 टी20 मैच भारत के लिए खेले हैं और 25000 से ज्यादा रन बनाये हैं।
उन्होंने कहा, इस दौर के दौरान अनुष्का, जो मेरे लिए प्रेरणा का सबसे बड़ा स्त्रोत रही हैं और जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया है, के अलावा मेरे बचपन के कोच और परिवार को छोड़कर मुझ तक पहुंचने वाले एकमात्र व्यक्ति एमएस धोनी थे।
कोहली ने 2008 और 2019 के बीच टीम इंडिया में धोनी के साथ 11 वर्षों तक ड्रेसिंग रूम साझा किया था।
उन्होंने कहा, वह (धोनी) मुझ तक पहुंचे जबकि उनसे संपर्क कर पाना बेहद मुश्किल है। यदि मैं किसी दिन उन्हें कॉल करूं, तो 99 प्रतिशत यही रहेगा कि वह फोन नहीं उठाएंगे क्योंकि वह फोन की तरफ देखते नहीं हैं। इसलिए ,उनका मुझसे दो बार संपर्क करना हैरानी में डालने वाला है। उन्होंने मुझसे संपर्क करते हुए अपने संदेश में कहा, जब आप मजबूत रहने की कोशिश करते हैं और मजबूत दिखाई देते हैं तो लोग पूछना भूल जाते हैं कि आप क्या कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, धोनी के शब्दों ने मुझ पर गहरा प्रभाव डाला क्योंकि मैं हमेशा ऐसे व्यक्ति की तरफ देखता हूं जो आत्मविश्वास से भरपूर हो, मानसिक रूप से मजबूत हो, जो किसी भी परिस्थिति को झेल सके और एक रास्ता ढूंढे और हमें राह दिखाए।
कोहली ने कहा, यही कारण है कि मैंने यह घटना बताई क्योंकि धोनी जानते हैं कि क्या चल रहा है। वह इस बात को समझते हैं क्योंकि वह खुद भी ऐसे दौर से गुजरे हैं। उनके पास अनुभव है जो मैं अब महसूस कर रहा हूं। तभी आप दूसरे व्यक्ति को समझ सकते हैं जो ऐसे दौर से गुजर रहा हो।
पॉडकास्ट में धोनी के साथ अपने रिश्तों के अलावा कोहली ने भारत और आरसीबी के कप्तान के रूप में अपने कार्यकाल पर भी बात की। वह कप्तानी छोड़कर एक सीनियर खिलाड़ी की भूमिका में आये।
कोहली 2008 से आरसीबी के साथ जुड़े और 2011 में टीम के कप्तान बने। उन्होंने 2021 में कप्तानी छोड़ी लेकिन टीम के साथ उनका संबंध बना रहा। आगामी 2023 आईपीएल सत्र में वह आरसीबी के शीर्ष बल्लेबाज रहेंगे।
—आईएएनएस