नयी दिल्ली: ‘सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन’ (एससीबीए) ने हाल में मणिपुर में जातीय हिंसा में कम से कम 60 लोगों के मारे जाने पर बुधवार को चिंता जताई।
एससीबीए की कार्यकारी समिति ने अपनी बैठक में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में पूर्वोत्तर राज्य में हुई हिंसा की घटनाओं पर अपनी चिंता व्यक्त की और पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
अधिवक्ता संगठन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन मणिपुर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के संपर्क में है और आवश्यकता पड़ने पर यह वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।’’
शीर्ष अदालत ने मणिपुर में जान-माल के भारी नुकसान पर चिंता जताते हुए सोमवार को केंद्र और राज्य सरकार से धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के अलावा जातीय हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास के प्रयासों को तेज करने को कहा था।
मणिपुर में हुई हिंसा के दौरान कम से कम 60 लोग मारे गए हैं, जबकि 23,000 से अधिक लोगों को बचाया गया है तथा उन्हें सैन्य छावनियों और राहत शिविरों में शरण दी गई है।
शीर्ष अदालत ने इस बात पर जोर दिया था कि राहत शिविरों में उचित व्यवस्था की जानी चाहिए और वहां रहने वालों को भोजन और चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए।
(इनपुट पीटीआई-भाषा)