मुजफ्फरनगर: भ्रष्टाचार और भू-माफिया के विरोध में 60 वर्षीय विजय सिंह 27 साल से धरने पर बैठे हैं। विजय सिंह ने रविवार को भूमाफिया और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यज्ञ किया।
सिंह के मुताबिक, उन्होंने 26 फरवरी, 1996 को धरना शुरू किया था, जो अब भी मुजफ्फरनगर शहर के शिव चौक पर जारी है।
उन्होंने कहा, कुछ अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं, लेकिन मेरे गांव में भू-माफियाओं द्वारा कब्जा की गई 1,000 बीघा जमीन को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है।
राज्य की जमीन को माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। 2012 में मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला जिन्होंने एक कमेटी बनाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैंने 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया जिन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा, जांच ने 2019 में अपनी 17 पन्नों की रिपोर्ट में मेरे दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि की और उसके बाद से मैं कम से कम एक दर्जन बार लखनऊ का दौरा कर चुका हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने आगे कि अब, क्या विकल्प बचा है? वो देखें कि इस सिस्टम ने मेरा क्या बिगाड़ा है.. 27 साल कम समय नहीं है। मैंने अपना जीवन भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ लड़ने में लगा दिया है।
अपने गांव चौसाना (अब शामली जिले में) में कथित रूप से भू-माफिया द्वारा भूमि पर कब्जा करने से नाराज विजय सिंह ने 1996 में अपने स्कूल शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।
उनका मौन आंदोलन जारी है।
—आईएएनएस