पूर्णिया: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद ने शनिवार को भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा राजनीतिक पार्टी नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुखौटा है।
उन्होंने भाजपा को आरक्षण विरोधी बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ सभी को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी।
पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन द्वारा शनिवार को एक रैली आयोजित की गई है। इस रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी उपस्थित रहे। इस रैली में लालू प्रसाद दिल्ली से वर्चुअल रूप से जुड़े और लोगों को संबोधित किया।
उन्होंने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि इस बात काफी खुशी है कि पूर्णिया में महागठबंधन के सभी दलों के लोग एक मंच पर नजर आए। यही एकजुटता इस बात को प्रमाणित करता है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन पूरी तरह से तैयार है।
लालू ने कहा कि साल 2014 के चुनाव में ही उन्होंने कहा था कि अगले चुनाव में भारत रहेगा या टूटेगा। आठ साल के बाद देश की जो हालत हो गई है उसे सभी लोग देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आरएसएस जो चाह रही है वही नरेंद्र मोदी की सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि आज देश टुकड़े-टुकड़े होने की कगार पर पहुंच चुका है।
No one can break us (Mahagathbandhan) till we are one. We have to save the country. We have to save minorities' rights. This time BJP Government will lose. The Mahagathbandhan will win in Bihar. 2024 will show the strong win of our party: RJD chief Lalu Prasad Yadav pic.twitter.com/gavwIQvLjw
— ANI (@ANI) February 25, 2023
देश की तानाशाह सरकार के कारण गरीबी चरम पर पहुंच गया है। लोकतंत्र की हत्या हो रही है और किसी का सम्मान नहीं बचा है।
लालू ने सभी दलों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि देश को बचाने के लिए सभी को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी। सभी एकजुट रहेंगे तो किसी में हिम्मत नहीं है कि वह देश को तोड़ सके लेकिन अगर कमजोर पड़ गए तो देश नहीं बचेगा।
उन्होंने कहा कि बिहार में आरएसएस के रथ को रोकने का काम हमने किया था। बिहार जब-जब करवट बदलता है तो इसका असर देश के ऊपर होता है।
उन्होंने कहा कि लालू और नीतीश एक हो गए हैं और कोई भी किसी तरह के भ्रम में नहीं रहे, हमारा गठबंधन विचारधारा का है। हमने हमेशा साथ रहने का संकल्प लिया है और देश और लोकतंत्र बचेगा तभी कोई भी दल राजनीति कर सकेगा।
उन्होंने पूर्णिया रैली में सशरीर उपस्थित नहीं रहने पर अफसोस भी जताया।
—आईएएनएस